Posted on November 6, 2025November 6, 2025 By. dkpacademy7@gmail.com View Count. 0 xyz 6 jnv hindi ( अपठित गद्यांश -3 ) 1 / 5 श्रीमती सेन को आभूषणों का बड़ा शौक था। उनके जन्मदिन के अवसर पर श्री सेन ने उन्हें सोने और हीरों का एक सुन्दर हार खरीदकर दिया। श्रीमती सेन ने उस हार को थोड़ी देर पहना और उसके बाद उतार दिया। उन्होंने उसे अपने कमरे की मेज पर रख दिया। उसके बाद वे स्नानागार नहाने चली गई। एक बूढ़ा बन्दर उनके घर के पास वाले पेड़ पर चढ़ा और बालकनी से कूद गया। एक खुली खिड़की से वह कमरे के अन्दर घुस गया। बन्दर को वहाँ हार मिल गया और उसने उसे अपनी गर्दन पर लपेट लिया। उसके बाद बन्दर ने साइड टेबल पर रखे हुए चॉकलेट और फल खाए। जब श्रीमती सेन स्नानागार से लोटी, तो उन्हें अपना हार नहीं मिला। वे जोर से चिल्ला पड़ी। श्रीमती सेन ने अपने जन्मदिन के अवसर पर क्या पहना था ? सोने और हीरों का एक हार एक सुन्दर ड्रेस एक हीरे की अंगूठी सोने की चूड़ियों 2 / 5 श्रीमती सेन ने हार कहाँ रखा था? स्नानागार में कमरे की मेज पर खिड़की पर शेल्फ पर 3 / 5 बन्दर कमरे में कैसे घुसा ? स्नानागार से एक खुले दरवाजे से छत से एक खुली खिड़की से 4 / 5 श्रीमती सेन के हार का क्या हुआ? श्री सेन उसे ले गए थे यह मेज पर रखा था एक बन्दर उसे उठा ले गया चोर ने उसे चुरा लिया 5 / 5 ‘चिल्ला पड़ी’ का क्या अर्थ है? धीरे से चीखी जोर से शोर मचाते हुए चिल्लाई धीरे-धीरे सिसकी दूसरे को दोष दिया Your score is LinkedIn Facebook Twitter VKontakte Restart quiz